विकास और विज्ञान के इस आधुनिक युग में मोबाइल फोन मानव जीवन का अहम् हिस्सा बन गया है. जहां एक ओर मोबाइल फोन के फायदे बहुत हैं वहीं दूसरी ओर इससे निकलने वाला रेडिएशन सबके लिए नुकसानदायक भी है. जानिए मोबाइल रेडिएशन से बचने के उपाय क्या-क्या हैं.
मोबाइल फोन के रेडिएशन को ख़त्म तो नहीं किया जा सकता है लेकिन, कुछ उपायों को अपनाकर इस रेडिएशन से होने वाले नुकसान से बचा ज़रूर जा सकता है. मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन से बचने के लिए आपको हफ़्ते में एक दिन तो मोबाइल फ्री डे ज़रूर मनाना चाहिए.
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मोबाइल रेडिएशन से बचने के उपाय क्या है?
अपनी व्यस्त दिनचर्या से थोड़ा सा समय निकालकर और अपने मोबाइल फोन को कुछ देर के लिए ख़ुद से दूर रखकर नीचे दी गई ज़रूरी बातों को ध्यान से पढ़ें और इन्हें अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें.
- जितना हो सके मोबाइल फोन को अपने शरीर से दूर रखें, ऐसा करने से रेडिएशन के प्रभाव को कुछ कम किया जा सकता है.
- मोबाइल फोन को अपने सिर से दूर रखें, सिर से फोन का स्पर्श ट्यूमर का कारण बन सकता है.
- मोबाइल फोन पे बात करने से पहले अपने मोबाइल का सिग्नल चैक कर लें. यदि पर्याप्त सिग्नल नहीं है तो ऐसे में फोन पे बात न करें, क्योंकि पर्याप्त सिग्नल न मिलने से मोबाइल फोन का रेडिएशन बढ़ जाता है.
- यदि आपके मोबाइल फोन में बैटरी कम है तो फोन पर बात करने से आपको बचना चाहिए क्योंकि, इस स्थिति में रेडिएशन का ख़तरा और ज्यादा बढ़ जाता है.
- मोबाइल फोन को कभी भी चार्जर में लगाकर बात न करें, इस वक़्त आपके मोबाइल का रेडिएशन 10 गुना तक बढ़ जाता है जो कि आपके लिए बहुत हानिकारक है.
- मोबाइल फोन से बात करते समय स्पीकर या ईयर फोन का प्रयोग करें, मेटलिक हैड सेट का प्रयोग न करें, इससे रेडिएशन बढ़ जाएगा.
- जब आपको मोबाइल की ज़रुरत न हो तो मोबाइल को एयरप्लेन मोड पर रखें. यदि बच्चे मोबाइल फोन मांगने की ज़िद करते हैं तो अपने फोन को एयरप्लेन मोड पर ही रखें. 15 साल से कम उम्र के बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन बिल्कुल भी मत पकड़ाइए, इसकी जगह पर आप बच्चों को फिज़िकल एक्टिविटी में व्यस्त रखें.
- मोबाइल का इस्तेमाल कार, लिफ्ट या ट्रेन में न करें, ये सभी चीजें मेटल से बनी होती हैं जो रेडिएशन को और भी ज्यादा बढ़ा देती हैं.
- जब आप सोने जाएं तो मोबाइल फोन को ख़ुद से दूर रखें, हो सके तो बेडरूम से ही दूर कर दें. सोते समय अपने मोबाइल को तकिये के नीचे न रखें. अलार्म लगाने के लिए मोबाइल का नहीं बल्कि अलार्म घड़ी का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर है.
- मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करके अपने दोस्तों और फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम बिताइए, ऐसा करने से आप अपने काम पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे. आपके दिमाग पर इसका सकारात्मक असर पड़ेगा और आप ज्यादा खुशमिजाज़ रहेंगे.
- जितना हो सके मैसेज का इस्तेमाल करें. जब तक बहुत ज़रूरी न हो तब तक फोन पर बात करने की बजाय मैसेज के द्वारा ही बात करने को अहमियत दें.
- देर रात तक अंधेरे में मोबाइल फोन को देखना बंद कर दें. अपने मोबाइल फोन की स्क्रीन की ब्राईटनेस को बढ़ाकर न रखें, इसकी तेज ब्राईटनेस आपकी आंखों के रेटिना पर बुरा असर डालती है.