मोबाइल रेडिएशन क्या है? और मोबाइल रेडिएशन कितना होना चाहिए?

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मोबाइल रेडिएशन क्या है? और मोबाइल रेडिएशन कितना होना चाहिए?

आज मोबाइल फोन लोगों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है, आप उसके बिना रह ही नहीं सकते. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ये मोबाइल रेडिएशन क्या है? और मोबाइल रेडिएशन कितना होना चाहिए? और ये आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक है.

भारत की 80% से ज्यादा आबादी अपना आधे से ज्यादा समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने में बिता देती है.

हमारे देश में चाहे किसी के पास रहने के लिए मकान, खाने के लिए भोजन, और पहनने के लिए कपड़े हो या न हो लेकिन सबकी जेब में मोबाइल फोन ज़रूर होता है.

आज इंसान के लिए मोबाइल फोन रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी ज़रुरत से भी ज्यादा ज़रूरी हो गया है. मोबाइल फोन के बिना अब ज़िंदगी की कल्पना करना भी शायद मुश्किल सा लगता है.

मोबाइल रेडिएशन क्या है? – What is Mobile Radiation?

रेडिएशन यानि रेडियो फ्रीक्वेंसी वेव्स या इल्क्ट्रो मेग्नेटिक वेव्स. ये तो आप जानते ही होंगे कि हमारा मोबाइल फोन रेडिएशन की मदद से ही काम करता है.  

मोबाइल रेडिएशन यानि विकिरण, रेडियोएक्टिव तरंगे. ये हमारे पर्यावरण में तरंगों के रूप में फैली हुई होती हैं.

कुछ रेडियोएक्टिव तरंगे प्राकृतिक होती हैं, जैसे- सूरज की रौशनी में भी रेडिएशन होता है लेकिन यह रेडिएशन हमारे वायुमंडल में मौजूद ओज़ोन परत के द्वारा सोख लिया जाता है इसलिए ये हमें नुकसान नही पहुंचा पाता है.

कुछ रेडियोएक्टिव तरंगे मानव निर्मित भी होती हैं, जैसे- एक्सरे, टी.वी के रिमोट, माइक्रोवेव और मोबाइल फोन में भी रेडिएशन होता है.

कभी-कभी ये रेडिएशन ख़तरनाक होता है तो कभी-कभी ये हमारे लिए फायदेमंद भी साबित होता है. रेडियोएक्टिव तरंगे मेडिकल साइंस में बहुत मददगार होती हैं.

आजकल कैंसर, ट्यूमर, ब्लड डिसऑर्डर जैसी ख़तरनाक बीमारी के इलाज में रेडिएशन थैरेपी का ही प्रयोग किया जाता है. इसमें हाई वोल्टेज किरणों के माध्यम से कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर दिया जाता है.

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मोबाइल रेडिएशन कितना होना चाहिए?

मोबाइल का प्रयोग करते समय हमारे शरीर में जाने वाले मोबाइल रेडिएशन की मात्रा को Specific Absorption Rate यानि SAR कहते हैं.

हममें से कई लोग ऐसे होते हैं जो महंगे से महंगा स्मार्टफोन ख़रीद तो लेते हैं लेकिन, उससे निकलने वाले रेडिएशन के बारे में उन्हें जानकारी ही नहीं होती है.

हमारे देश में तय मानकों के अनुसार, आपके मोबाइल का SAR, 1.6 Watt/Kg  से ज्यादा नहीं होना चाहिए. यदि आपके मोबाइल का रेडिएशन तय लिमिट से ज्यादा है तो ये आपकी हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

मोबाइल रेडिएशन कैसे चेक करें? – How to check Mobile Radiation?

यदि आप जानना चाहते हैं कि आपके मोबाइल का रेडिएशन लेवल कितना है तो ये जानने के लिए अपने मोबाइल फोन में *#07# डायल कीजिए.

आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन पर आपको SAR value दिखाई देगी. इसमें दो तरह के रेडिएशन स्तर को दिखाया जाता है. पहला ‘Head SAR’ और दूसरा ‘Body SAR’.

जिसमें ‘Head SAR’ का मतलब है कि फोन पर बात करते समय मोबाइल रेडिएशन का स्तर क्या है और ‘Body SAR’ का मतलब है कि फोन का इस्तेमाल करते हुए या जेब में रखे हुए फोन का रेडिएशन का स्तर क्या है.

How to Check Radiation Level in Mobile Phone?

यदि आपके फोन का SAR वेल्यू 1.6 Watt/Kg से ज्यादा आ रहा है तो आपको अपना फोन तुरंत बदल देना चाहिए, क्योंकि इस तरह के फोन ज्यादा रेडिएट करते हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक है.