हाई ब्लड प्रेशर क्या है और उसके क्या कारण हैं?– High Blood Pressure (Hypertension)

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हाई ब्लड प्रेशर क्या है और उसके क्या कारण हैं?– High Blood Pressure (Hypertension)

आजकल हाई ब्लड प्रेशर यानि उच्च रक्तचाप की समस्या आम हो गई है. जब रक्त का प्रवाह रक्त धमनियों पर बहुत तेजी से पड़ने लगता है तो उसे ब्लड प्रेशर कहते हैं. पहले ब्लड प्रेशर की बीमारी सिर्फ बुजुर्गों में ही दिखाई देती थी लेकिन आज के समय में 30 साल का व्यक्ति भी ब्लड प्रेशर से पीड़ित होने लगा है.

ह्रदय जितना ज्यादा पंप करेगा और धमनियां जितनी संकरी होंगी, ब्लड प्रेशर उतना ही ज्यादा होगा. ब्लड प्रेशर का बहुत अधिक या बहुत कम होना दोनों ही घातक होते हैं. लेकिन नियमित exercise व खानपान में बदलाव के जरिये हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है. 

हाई ब्लड प्रेशर क्या है?

हाई ब्लड प्रेशर को मेडिकल की भाषा में हाइपरटेंशन भी कहा जाता है. यह ऐसी स्थिति है जब दिल की धमनियों में रक्त का प्रवाह काफी तेज हो जाता है, जिससे ह्रदय को रक्त नलिकाओं में रक्त पहुंचाने के लिए सामान्य से कई अधिक मेहनत करनी पड़ती है.

ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि व्यक्ति में इसके लक्षणों का पता बहुत देर से चलता है. व्यक्ति कब इसका शिकार हो जाये उसे पता भी नहीं चलता.

हाई ब्लड प्रेशर कितना होता है?

नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mm Hg होता है लेकिन, यदि यह प्रेशर 140/90 mm Hg हो जाये तो इसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है.

हाई ब्लड प्रेशर के क्या लक्षण होते हैं?

  1. बहुत तेज सिर दर्द
  2. चक्कर आना व जी मचलाना
  3. धुंधला दिखाई देना
  4. धीरे-धीरे आँखों की रौशनी कम होना
  5. गर्दन, कान के पीछे व सीने में दर्द होना
  6. थकान व सुस्ती महसूस होना
  7. सांस लेने में परेशानी होना
  8. नाक से खून आना
  9. नींद कम आना
  10. दिल की धड़कन बढ़ जाना  

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हाई ब्लड प्रेशर के क्या कारण हैं?

ब्लड प्रेशर विभिन्न कारकों द्वारा प्रभावित होता है, जैसे- शारीरिक स्वास्थ्य, खानपान की आदतें, लाइफस्टाइल, मौसम में बदलाव आदि. अक्सर देखा जाता है कि गर्मियों की तुलना में सर्दियों में ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना अधिक होती है.

  1. तंबाकू एवं अल्कोहल का अधिक सेवन – शराब, सिगरेट या ड्रग्स का अत्यधिक सेवन करने से ब्लड प्रेशर अधिक बढ़ता है. तंबाकू में मौजूद रसायन ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के साथ-साथ धमनियों की अंदरूनी परत को भी नष्ट कर देते हैं.
  2. बीमारियां – कुछ लंबे समय तक चलने वाली बीमारियां भी हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में सहायक होती हैं, जैसे- हाई कॉलेस्ट्रोल, हाई शुगर, किडनी डिसीज़ और अनिद्रा आदि.
  3. दवाओं का अधिक प्रयोग – पेन किलर या कुछ अन्य दवाओं का अधिक मात्रा में प्रयोग करने से भी बी.पी हाई हो जाता है.
  4. शारीरिक रूप से सक्रिय ना रहना – जो लोग निष्क्रिय अधिक रहते हैं, उनके दिल की धडकनें अधिक तेज होती हैं. ऐसे में ह्रदय को अधिक काम करना पड़ता है और धमनियों पर उतना ही अधिक दबाव पड़ता है. बी.पी बढ़ने का एक कारण excercise ना करना भी हो सकता है.
  5. मानसिक तनाव – अधिक तनाव लेना, चिंता करना, गुस्सा या चिड़चिड़ापन, भय आदि भी आपके बी.पी को बढ़ा सकता है.  
  6. खानपान की गलत आदतें – कुछ लोगों में खानपान को लेकर गलत आदतें होती हैं, जैसे- जंक फ़ूड या फ़ास्ट फ़ूड का सेवन अधिक करना, अधिक नमक या अधिक मीठा खाना, तेज मिर्च-मसालेदार भोजन करने से बी.पी का अनियंत्रित होना स्वाभाविक है. भोजन में सोडियम यानि नमक की अधिकता और पोटेशियम की कमी होने से भी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है.
  7. मोटापे में वृद्धि – आपका वज़न जितना ज्यादा होगा, आपके शरीर के उत्तकों को उतनी ही अधिक मात्रा में ऑक्सिजन और रक्त की जरूरत होगी. और जितना अधिक आपके शरीर की धमनियों से रक्त प्रवाह होगा, उतना ही उनकी दीवारों पर अधिक दबाव पड़ेगा.
  8. जेनेटिक कारण – कभी-कभी यह बीमारी आपमें जेनेटिक यानि वंशानुगत भी आ सकती है अर्थात् यदि आपकी फैमिली में पहले से ही कोई इस बीमारी का शिकार रहा है तो यह आपको भी हो सकती है.
  9. बढ़ती उम्र- बढ़ती उम्र के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर का ख़तरा भी बढ़ता चला जाता है. 30 साल की उम्र पार कर चुके व्यक्तियों में हाई ब्लड प्रेशर होने की आशंका अधिक होती है.
  10. विटामिन डी की कमी – विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो भी हाई ब्लड प्रेशर की संभावना बढ़ जाती है.

हाई ब्लड प्रेशर के क्या नुकसान हैं?

हाई ब्लड प्रेशर को अधिक समय तक नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे धमनियों में जमे कॉलेस्ट्रोल की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और उनमें खून का संचार बंद हो सकता है. यह इतना खतरनाक है कि इसके बढ़ जाने से रोगी को निम्न समस्याएं हो सकती हैं –

High Blood Pressure (Hypertension)
  1. हार्ट अटैक
  2. ब्रेन स्ट्रोक
  3. कार्डिएक अरेस्ट
  4. आई डेमेज
  5. ब्रेन हेमरेज