गर्भावस्था आहार: प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) में क्या खाना चाहिए

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प्रेगनेंसी फूड्स: प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए – Pregnancy Diet in Hindi

गर्भावस्था आहार यानि प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) में क्या खाना चाहिए जिससे बच्चे को पोषण मिलता है. गर्भावस्था का समय हर गर्भवती महिला के लिये बहुत ही ख़ास होता है क्यूँकि गर्भवती महिला के साथ-साथ उसका पूरा परिवार भी आने वाले नये मेहमान का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा होता है.

ऐसे में गर्भवती महिला एक स्वस्थ बेबी को जन्म दे इसके लिये गर्भवती महिला का पूरा ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है | पूरी गर्भावस्था के दौरान उसके खान-पान पर विशेष रूप से ध्यान देने की ज़रूरत होती है |

प्रेगनेंसी में ये 10 चीज़ें जरूर खाएं – Which foods to eat during pregnancy

आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम ये जानेंगे कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को अपने भोजन में वो कौन-कौन सी चीज़ें शामिल करनी चाहिये जिससे उसकी प्रेगनेंसी हैल्दी हो और  वह एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सके | अगर आप चाहती हैं कि आप भी एक स्वस्थ व सुन्दर शिशु को जन्म दे तो अपने आहार में इन चीज़ों को जरूर शामिल कीजिये –

डेरी उत्पाद

गर्भवती महिला के अंदर बन रहे भ्रूण को सही तरह से विकसित होने के लिये कैल्शियम और अन्य खनिज पदार्थों की अत्यंत आवश्यकता होती है | दूध को सम्पूर्ण आहार भी कहा जाता है | दूध और इससे बने डेरी उत्पादों में प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य सभी तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कि गर्भ में पल रहे शिशु के समुचित विकास के लिये अत्यंत आवश्यक हैं.

अतः गर्भावस्था के समय गर्भवती महिला को दूध का सेवन जरूर करना चाहिये इससे शिशु की सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है | महिला को कम से कम दो समय, सुबह नाश्ते में और रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुना दूध पीना चाहिये.

इस बात का जरूर घ्यान रखिये कि, कभी भी एकदम गरम-गरम दूध ना पियें क्यूँकि इससे आपको गैस की समस्या हो सकती है | दूध को उबालने के बाद थोडा ठंडा होने दें और फिर इसे गुनगुना होने पर ही पियें | यदि आप दूध में एक चुटकी हल्दी डालकर पीती हैं तो ये आपके लिए और भी ज्यादा फायदेमंद होगा.

अगर आपको दूध का स्वाद पसंद नहीं है तो आप दूध में प्रोटीन वाला पाउडर डालकर पी सकती हैं जो कि अलग-अलग फ्लेवर में आता है अथवा दूध में ड्राई नट्स का पाउडर, ओट्स या फिर कॉर्न फ्लेक्स डालकर भी ले सकती हैं |

दूध के अतिरिक्त दूध से बने पदार्थों जैसे- दही, घी, पनीर, लस्सी, छाछ, को भी अपने आहार में जरूर शामिल कीजिये लेकिन रात के समय दही खाने से आपको बचना चाहिये.

हरी पत्तेदार सब्जियाँ

प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला के शरीर में हीमोग्लोबीन की कमी को दूर करने के लिए आयरन युक्त हरी पत्तेदार सब्जियाँ खाने की सलाह दी जाती है | इस वक्त महिला के साथ-साथ उसके होने वाले शिशु के विकास के लिये भी हीमोग्लोबीन की सही मात्रा का होना अति आवश्यक होता है.

अतः प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को हरी पत्तेदार सब्जियों का खूब सेवन करना चाहिये, जैसे- पालक, पत्तागोभी, ब्रोकली, बीन्स आदि | हरी सब्जियों में मौजूद फाइबर गर्भवती माहिलाओं को कब्ज की समस्या से बचाने में सहायक होता है और इसके सेवन से जन्म के समय शिशु का वजन भी संतुलित्त रहता है.

साबुत अनाज

गर्भवती महिला को साबुत अनाज जैसे- दाल, चावल, रोटी, सब्जी, दलिया, पोहा, चने, सोयाबीन, छोले, राजमा, फलियाँ इत्यादि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिये जिससे शिशु का अच्छी तरह से विकास हो सके |

दाल प्रोटीन एवं आयरन का बहुत अच्छा स्रोत है और इनमें फाइबर व कैल्शियम की मात्रा भी भरपूर होती है अतः इन्हें अपने आहार में जरूर शामिल कीजिये.

ड्राई फ्रूट्स

सूखे मेवे जैसे- काजू, बादाम, अखरोट, किशमिश, आदि का सेवन भी गर्भवती महिला व उसके शिशु के लिये बहुत आवश्यक है | अखरोट में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 होता है जो कि शिशु के दिमाग के विकास के लिये बहुत फायदेमंद होता है.

मौसमी फल

गर्भवती महिला को रोज फ़लों का सेवन करना चाहिये | रोज एक सेब व अनार जरूर खाएं | अनार आपके शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा को बढ़ाता है और सेब खाने से पाचन तंत्र सही रहता है | खट्टे फल जैसे- नारंगी, संतरा, आँवला विटामिन C का भण्डार होते हैं | साथ ही इनमें फौलिक एसिड होता है जो भ्रूण के विकास के लिये सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण तत्व है | इनमें ऐसे मिनरल्स मौजूद हैं जो प्रेग्नेंट महिला के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं.

तरल पदार्थ

मौसमी फ़लों के साथ-साथ गर्भवती महिला को फलों का जूस भी पीना चाहिये | जूस पीने से शरीर में एनर्जी लेवल मेंटेन रहता है और पानी की कमी भी पूरी होती है | लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रखें कि गर्भवती महिला घर पर बना हुआ ताजे फलों का ही जूस पियें.

पैक्ड या ठेले पर बना जूस बिल्कुल भी ना पियें | पैक्ड जूस में कैमिकल युक्त preservative मिले होते हैं और ठेले का जूस साफ़-सफाई से नहीं बना होता है जो कि आपके साथ-साथ आपके शिशु के लिये भी हानिकारक हो सकता है | जूस के अतिरिक्त आप लस्सी, नारियल पानी या नींबू पानी भी ले सकती हैं.

अंडा

गर्भवती महिला के लिये उबला हुआ अंडा भी फायदेमंद होता है, इसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व होते हैं | एक अंडे में भरपूर कैलोरी, प्रोटीन, खनिज और विटामिन मौजूद होते हैं | इसमें उपस्थित विटामिन B कॉम्प्लेक्स शिशु के मस्तिष्क के विकास में सहायक होता है.

मछली

मछली में आयरन, प्रोटीन, ओमेगा 3 होते हैं जो गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | शिशु के दिमाग के विकास के लिये और सही पाचन तंत्र के लिये मछली का सेवन बहुत फायदेमंद होता है लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखिये कि गर्भावस्था के दौरान मरकरी युक्त मछली का सेवन करने से हमेंशा बचना चाहिये.

सलाद

Eat Vegetable Salad

प्रेगनेंसी के दौरान बार-बार लगने वाली भूख के लिये सलाद एक बहुत अच्छा विकल्प है जो कि पौष्टिक तो है ही साथ ही साथ शरीर में पानी की भी आपूर्ति करता है. सलाद में फौलिक एसिड होता है जिससे कि गर्भवती महिला में खून की कमी पूरी होती है | इसलिए गर्भवती महिला को रोज़ाना सलाद का सेवन जरूर करना चाहिये.

सलाद से आपको फाइबर मिलता है, जिससे गैस, अपच, कब्ज आदि समस्या से बचा जा सकता है | सलाद में मौजूद फल व कच्ची सब्जियाँ जैसे- टमाटर, खीरा, गाजर, पत्ता गोभी, पालक, चुकंदर आदि एंटी ऑक्सिडेंटस से भरपूर होते हैं जो चेहरे में चमक व शरीर में स्फूर्ति बनाये रखने में सहायक है लेकिन इन्हें अच्छी तरह से धोकर ही खाना चाहिये.

खूब पानी पियें

गर्भावस्था के दौरान शरीर को पूरी तरह से हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी होता है | सेहत का दुश्मन है डीहाइड्रेशन यानी कि शरीर में पानी की मात्रा में कमी होना इसलिये गर्भावस्था के दौरान खूब सारा पानी पीना चाहिये. गर्भवती महिला के लिये जितना जरूरी पौष्टिक भोजन है उतना ही जरूरी पानी पीना भी है.

पानी की कमी का शिशु के शारीरिक व मानसिक विकास पर बहुत प्रभाव पड़ता है | गर्भावस्था के दौरान खूब पानी पीने से महिला को नॉर्मल डिलीवरी होती है अतः इस समय गर्भवती महिला को रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिये.