लगातार सिर में होने वाला दर्द कई बार माइग्रेन का रूप ले लेता है. आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे माइग्रेन के लक्षण और उपाय के बारे में.
माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें सिर के आधे हिस्से में तेज दर्द होने के साथ-साथ उल्टी भी आने की संभावना रहती है. जब व्यक्ति के सिर की ब्लड वेसल्स यानि खून की नालियां फैलती हैं तो उनमें कुछ ख़ास तरह के केमिकल्स का स्राव होने लगता है जिसकी वजह से ब्लड वेसल्स में सूजन व दर्द की शिकायत रहती है और मरीज को बहुत तेज सिरदर्द होता है.
विषय - सूची
माइग्रेन के लक्षण क्या हैं? – Migraine Symptoms
- सिर के एक ओर या दोनों ओर तेज दर्द होना
- कुछ देर के लिए नज़र कमज़ोर होना, चीज़ें धुंधली दिखाई देना और आंखों में भी दर्द होना
- मूड़ स्विंग होना
- चिड़चिड़ापन
- भूख कम लगना, जी मचलाना और उल्टी होना
- तेज आवाज़ या रौशनी से परेशानी होना
- अधिक पसीना आना
- किसी भी काम में मन न लगना
माइग्रेन से बचने के उपाय
जीवनशैली में सुधार लाएं
किसी भी बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले आपको ज़रुरत है अपनी जीवनशैली सुधारने की. जल्दी उठना और जल्दी सोना, सही खानपान, फिज़िकली एक्टिव रहना, गेजेट्स की स्क्रीन पर ज्यादा समय न बिताना आदि ये कुछ आदतें हैं जिन्हें अपनाकर आप माइग्रेन जैसी समस्या से बच सकते हैं.
तनाव से दूर रहें
तनाव आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है. तनाव लेने से आपके मष्तिष्क पर ज़ोर पड़ता है इसलिए जितना अधिक हो सके खुद को मानसिक तनाव से बिल्कुल दूर रखिए और हमेंशा ख़ुश रहने की कोशिश कीजिए.
तेल मालिश या मसाज
जब भी आपको माइग्रेन का दर्द शुरू हो आप तेल को गर्म करके सिर की मसाज कर लीजिए. मसाज करने से सिर में ब्लड सर्कुलेशन सही से होता है और दर्द से आराम मिलता है. तिल के तेल की मालिश करना बेहतर रहता है.
आइस पैक या बर्फ़ से सिकाई
एक साफ़ तौलिए पर बर्फ के कुछ टुकड़े रखकर उसे सिर, माथे व गर्दन के पीछे 15 मिनट तक सिकाई करें. ऐसा करने से माइग्रेन के दर्द को कम किया जा सकता है.
खूब सारा पानी पिएं
माइग्रेन की स्थिति में आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. पानी पीने से आपके सिर तक पर्याप्त ऑक्सिजन पहुँचती है और माइग्रेन के दर्द में आराम मिलता है.
तेज धूप, तेज रौशनी और तेज गर्मी से दूर रहें
सूरज की सीधी रौशनी से बचें. घर से बाहर हमेंशा छाता और सनग्लासेज पहनकर निकलें. गर्मी के मौसम में कम से कम ट्रेवलिंग करें.
पूरी नींद लें
आधी-अधूरी नींद आपका सिरदर्द बढ़ा सकती है इसलिए रोज पर्याप्त नींद जरूर लें. देर रात तक जागकर काम बिल्कुल ना करें. समय पर सोने व जागने की आदत डालें.
भूखा न रहें
बहुत अधिक देर तक भूखा न रहें. जो महिलाएं अधिक व्रत-उपवास रखती हैं उन्हें इससे बचना चाहिए क्योंकि खाली पेट रहने से पेट में गैस बनती है जिस वजह से आपको सिरदर्द या माइग्रेन की शिकायत हो सकती है.
उचित व संतुलित भोजन करें
खाने में मसालेदार चीज़ों, ऑयली चीज़ों, खट्टे फलों व अचार आदि का सेवन करने से बचें. संतुलित और पौष्टिक भोजन को अपनी डाइट में शामिल करें.
योग व मेडिटेशन करें
योग व ध्यान लगाने से मन शांत रहता है और तनाव कम होता है. रोजाना कम से कम 30 मिनट तक योगासन और प्राणायाम करने से माइग्रेन की समस्या से आराम मिलता है. इसके लिए आपको रोज सुबह उठकर अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना चाहिए.
माइग्रेन में क्या खाना चाहिए?
किसी भी तरह के दर्द के लिए केवल दवा पर ही निर्भर ना रहें. माइग्रेन का इलाज अपनी डाइट में सुधार करके भी किया जा सकता है.
- ज्यादा लिक्विड वाली चीज़ें पिएं जैसे-नींबू पानी, सूप, छाछ, लस्सी, नारियल पानी आदि.
- भोजन में नमक की मात्रा कम रखें.
- डाइट में ताज़े फल और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं.
- रोज़ाना सलाद का ख़ूब सेवन करें.
- चाय, कॉफ़ी व कोल्ड ड्रिंक ज्यादा मात्रा में न लें.
- प्रोसेस्ड व डिब्बाबंद फ़ूड आइटम को अवॉयड करें.
माइग्रेन से संबंधित FAQ
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क्या माइग्रेन में चाय व कॉफ़ी का सेवन करना चाहिए?
जिन लोगों को माइग्रेन की शिकायत है उन्हें चाय व कॉफ़ी अधिक मात्रा में नहीं पीनी चाहिए. कॉफी में कैफ़ीन की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है जो कि दिमाग की नसों में अवरोध पैदा करता है और तेज सिरदर्द का कारण बनता है.
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क्या माइग्रेन में एल्कोहल का सेवन करना चाहिए?
एल्कोहल का अत्यधिक सेवन करने से हैंगओवर हो जाता है जिसके बाद तेज सिरदर्द होता है. इसलिए यदि आपको माइग्रेन की शिकायत है तो आपको एल्कोहल के सेवन से बचना चाहिए.
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क्या माइग्रेन में पानी का सेवन अधिक करना चाहिए?
वैसे तो सभी को पानी खूब पीना चाहिए क्योंकि डिहाइड्रेशन की वजह से शरीर में कई दिक्कतें आती हैं. लेकिन माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति के लिए ये और भी ज़रूरी है कि पानी का सेवन खूब करें.